
भोपाल: 15 जनवरी 2025
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में, एम्स भोपाल ने दूरसंचार विभाग एमपी एलएसए (लाइसेंस सर्विस एरिया) कार्यालय के सहयोग से मोबाइल टावरों से निकलने वाले विद्युत चुंबकीय क्षेत्र (ईएमएफ) उत्सर्जन के बारे में फैली भ्रांतियों और गलतफहमियों को दूर करने के उद्देश्य से एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में बताया गया कि मोबाइल टावरों से होने वाले ईएमएफ उत्सर्जन पर विश्व स्तर पर व्यापक अध्ययन किए गए हैं, जिसमें वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि नियंत्रित मोबाइल टावरों से होने वाला विकिरण सुरक्षित सीमा के अंदर है। इस कार्यशाला का उद्देश्य सरकार के नियमों, वैज्ञानिक आंकड़ों और सुरक्षा मानकों के बारे में सही जानकारी प्रदान करना था। कार्यशाला के दौरान, दूरसंचार विभाग एमपी एलएसए (लाइसेंस सर्विस एरिया) कार्यालय के महानिदेशक (अनुपालन) श्री मनोज वर्मा, सहायक महानिदेशक (अनुपालन) श्री राहुल साहू, सहायक मंडल अभियंता श्री शुभम यादव और सहायक निदेशक श्री सचिन शर्मा, ने मोबाइल टावरों से होने वाले ईएमएफ उत्सर्जन की न्यूनतम प्रभावशीलता और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रो. सिंह ने इस कार्यशाला के महत्व पर कहा, “ईएमएफ उत्सर्जन को लेकर जनता की चिंताओं को वैज्ञानिक स्पष्टता के साथ संबोधित करने की आवश्यकता है। यह कार्यशाला समुदाय को शिक्षित करने और यह समझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है कि नियामक दिशानिर्देशों का पालन करने पर मोबाइल टावर उत्सर्जन से कोई गंभीर जोखिम नहीं होता।” इस कार्यशाला में उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल (डॉ.) अजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता कर्नल चिरंजीव दास, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. (मे.) मयंक दीक्षित के अलावा विभिन्न संकाय सदस्य, छात्र , नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
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