एम्स भोपाल ने मनाया वर्ल्ड हियरिंग डे (विश्व श्रवण दिवस)

भोपाल: 11 मार्च 2025

एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में ईएनटी विभाग (हेड एवं नेक सर्जरी) द्वारा विश्व श्रवण दिवस 2025 का आयोजन किया गया। इस वर्ष का विषय “सोच बदलें: अपने आप को सशक्त बनाएं ताकि कान और श्रवण देखभाल सभी के लिए वास्तविकता बने!” था, जिसका उद्देश्य श्रवण हानि की रोकथाम, शीघ्र पहचान, और पुनर्स्थापन की संभावनाओं पर जागरूकता बढ़ाना था।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रो. डॉ. अपर्णा चव्हाण, विभागाध्यक्ष द्वारा उद्घाटन संबोधन के साथ हुई। उन्होंने श्रवण स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए व्यवहार में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि तेज़ ध्वनि के संपर्क से बचाव, नियमित श्रवण परीक्षण और श्रवण यंत्रों के उपयोग से श्रवण बाधित व्यक्तियों का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। इसके बाद, प्रो. डॉ. विकास गुप्ता ने कोक्लियर इम्प्लांटेशन पर एक जानकारीपूर्ण जागरूकता सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यह क्रांतिकारी प्रक्रिया कैसे सुनने में असमर्थ बच्चों के जीवन को बदल सकती है। उनका व्याख्यान उपस्थित लोगों के लिए श्रवण पुनर्स्थापन में नवीनतम प्रगति की जानकारी लेकर आया। इस कार्यक्रम का सबसे प्रेरणादायक क्षण कोक्लियर इम्प्लांट प्राप्त बच्चों का सांस्कृतिक प्रदर्शन रहा। उनकी प्रस्तुति ने यह दर्शाया कि श्रवण पुनर्स्थापन से जीवन में कितना बड़ा बदलाव आ सकता है।

प्रो. सिंह ने कोक्लियर इम्प्लांट प्राप्त बच्चों के प्रदर्शन की सराहना की और इस कार्यक्रम की सफलता के लिए विभाग को बधाई दी। उन्होंने श्रवण हानि से प्रभावित व्यक्तियों के लिए शीघ्र हस्तक्षेप और व्यापक समर्थन की महत्ता पर प्रकाश डाला। प्रो. सिंह ने कहा, “शीघ्र पहचान और समय पर हस्तक्षेप से श्रवण बाधित व्यक्तियों के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार लाया जा सकता है। एम्स भोपाल विश्वस्तरीय उपचार प्रदान करने और श्रवण स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रकार के आयोजन लोगों की सोच में बदलाव लाने और सभी के लिए सुलभ श्रवण देखभाल की आवश्यकता को सुदृढ़ करने में सहायक होते हैं।”

कार्यक्रम में एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें श्रवण हानि की शीघ्र पहचान और उपचार के विकल्पों पर प्रकाश डाला गया। इस प्रभावशाली प्रस्तुति ने दर्शकों को आकर्षित किया और श्रवण स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने का संदेश दिया। इसके अतिरिक्त, एम्स भोपाल के डॉक्टरों—डॉ. अंजन साहू, डॉ. शैला सेदम, डॉ. गणकल्याण बेहरा और डॉ. उत्कल मिश्रा द्वारा की गई श्रवण पुनर्स्थापन सर्जरी से लाभान्वित मरीजों ने अपने अनुभव साझा किए। उनकी प्रेरणादायक कहानियों ने चिकित्सा प्रगति के प्रभाव को दर्शाया। कार्यक्रम के अंत में, कोक्लियर इम्प्लांट प्राप्त बच्चों को उनके प्रयासों और दृढ़ संकल्प के सम्मानस्वरूप उपहार वितरित किए गए।