February 22, 2025

राज्‍यपाल के मुख्‍य आतिथ्‍य में हुआ अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता का समापन

आईटीबीपी ने कयाकिंग तथा बीएसएफ ने केनोईंग व सीआरपीएफ ने जीती रोईंग चैम्पियनशिप

भोपाल: 21 फरवरी 2025

24वीं अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता की ओवर ऑल कयाकिंग चैम्पियनशिप आईटीबीपी, केनोईंग चैम्पियनशिप बीएसएफ और रोईंग चैम्पियनशिप सीआरपीएफ ने जीत ली है। कयाकिंग में बीएसएफ की टीम, केनोईंग में उत्‍तरप्रदेश पुलिस एवं रोईंग में असम राईफल पुलिस की टीम रनर अप रही। प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित ऐतिहासिक बड़े तालाब में मध्‍यप्रदेश पुलिस की मेजबानी में चल रही पांच दिवसीय इस प्रतियोगिता का समापन शुक्रवार को सायंकाल राज्‍यपाल माननीय श्री मंगूभाई पटेल के मुख्‍य आतिथ्‍य में हुआ। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्‍याण तथा सहकारिता मंत्री श्री विश्‍वास सारंग, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा, अपर मुख्‍य सचिव गृह जे.एन.कंसोटिया, अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्टस प्रतियोगिता के अध्‍यक्ष एवं विशेष पुलिस महानिदेशक विजय कटारिया, अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक एसएएफ राकेश गुप्‍ता व ऑल इंडिया पुलिस स्‍पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड की प्रतिनिधि एवं ज्‍वाईंट डायरेक्‍टर आईबी श्रीमती शशि अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक खेल रवि कुमार गुप्‍ता तथा अखिल भार‍तीय पुलिस वाटर स्‍पोर्टस प्रतियोगिता की सचिव श्रीमती कृष्‍णावेणी देसावतु मौजूद थी।

राज्‍यपाल मंगूभाई पटेल ने समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश पुलिस द्वारा अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट और अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का आयोजन सराहनीय है। उन्‍होंने कहा कि पांच दिवस आयोजन में उच्च कोटि के साहसिक खेल कौशल का परिचय देने वाले पुलिस और केंद्रीय बलों की सभी 22 टीमों के 565 महिला और पुरुष खिलाड़ियों को झीलों की राजधानी भोपाल में प्रथम नागरिक के रूप में स्वागत करता हूं । श्री पटेल ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए डीजीपी एवं मध्‍यप्रदेश पुलिस को बधाई दी।

उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी खेलों के प्रति आम जल के नजरिया में बड़ा बदलाव लाए हैं। उन्होंने फिट इंडिया मूवमेंट में और खेलो इंडिया जैसे प्रतियोगिता के आयोजनों को बढ़ावा दिया।

उन्‍होंने कहा कि राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल खिलाड़ियों को आर्थिक प्रोत्साहन और सरकारी सेवाओं में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा नियुक्त दी जा रही है। खेलों के प्रोत्साहन के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विशेष मार्ग प्रावधान कर मोदी जी ने देश में नए खेल संस्कृत का वातावरण बनाया है। उनके प्रयासों से खेलों में रोजगार अनेक नए अवसर भी बढ़ने लगे हैं अब खेलों का दायरा सम्मान और कैरियर तक विस्तृत हो गया है। मोदी जी के प्रयासों का सूचक फल है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता हो ओलंपिक प्रतियोगिता हो सभी में खिलाड़ी ऐतिहासिक प्रदर्शन के कीर्तिमान बना रहे हैं।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि खेलों से व्यक्तिगत विकास और चरित्र निर्माण के साथ ही जीवन की शिक्षा के महत्वपूर्ण सबक मिलते हैं जो आगे चलकर जीवन के संघर्ष जिम्मेदारियां, कठिन परिस्थिति और चुनौतियों पर विजय पाकर सफल बनने की प्रेरणा और संभल बनता है। उन्‍होंने उपस्थित खिलाड़ियों से कहा कि सफलता के दौर में भी आत्म अनुशासन और विनम्रता को बनाए रखते हुए कमियों को दूर और कौशल को बेहतर बनाते जाए। आशा है कि आप सब उपलब्धियां से वर्तमान और भावी पीढ़ी के भविष्य के और विश्व पटल पर राष्ट्र का अभिमान बनाने की प्रेरणा सबको देंगे। साथ ही उन्‍होंने विजेता व उप विजेता टीमों सहित प्रतियोगिता में पदक हासिल करने वाले सभी खिलाडि़यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

मंत्री विश्‍वास सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस को इस सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि खेल किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण आयाम है। यह न केवल शारीरिक क्षमता को विकसित करता है, बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति को सुदृढ़ बनाता है। उन्होंने कहा कि पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना जैसी सेवाओं में कार्यरत लोगों के लिए शारीरिक और मानसिक सुदृढ़ता बेहद आवश्यक होती है और खेल इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उन्‍होंने मध्य प्रदेश पुलिस के साहसिक कार्यों की भी सराहना करते हुए कहा कि राज्य से डकैतों का खात्मा हो चुका है, और हाल ही में पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ भी बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनेगा, और इसमें मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण योगदान देगा।

उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हार-जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन प्रतियोगिता में भाग लेना ही सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों और आयोजन समिति को बधाई दी और भविष्य में ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देने की बात कही।

पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा ने कहा कि इस प्रतियोगिता का 24 वीं बार आयोजन किया जा रहा है और हमारे मध्य प्रदेश का सौभाग्य है कि प्रदेश को यह प्रतियोगिता आयोजित करने हेतु छठवीं बार यह गौरव प्राप्त हुआ है। उन्‍होंने कहा कि भोपाल की खूबसूरत झील, जो न सिर्फ भोपाल बल्कि पूरे देश के लिए एक शान है और वॉटर स्पोर्ट्स के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु बन चुका है। प्रदेश शासन ने इस खेल को आगे बढ़ाने हेतु निरंतर बहुत सहयोग दिया है और सभी को सुसज्जित किया है।

डीजीपी कैलाश मकवाणा ने कहा कि प्रदेश पुलिस के अलावा पुलिसकर्मी केवल एक वर्दीधारी योद्धा ही नहीं बल्कि अद्वितीय खिलाड़ी भी होता है यह भी साबित हुआ है।

उन्‍होंने रोईंग, कयाकिंग व केनोईंग चैम्पियनशिप जीतने वाली टीमों को बधाई दी। साथ ही पदक से वंचित रह गए खिलाडि़यों को भविष्‍य में सफलता प्राप्‍त करने के लिए शुभकामनाएँ दी। उन्‍होंने कहा कि 17 से 21 फरवरी 2025 तक ऐतिहासिक भोपाल ताल में चली इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता में कयाकिंग, केनोईंग एवं रोईंग की महिला-पुरूष वर्ग की कुल 27 स्‍पर्धाएं हुईं। जिसमें राज्‍य पुलिस बलों और केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की 22 टीमों के 557 खिलाडि़यों ने अपनी उत्‍कृष्‍ट खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम में ऑल इंडिया पुलिस स्‍पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड की ज्‍वाईंट डायरेक्‍टर श्रीमती शशि ने भी विचार व्‍यक्‍त किए और पुलिस टीमों द्वारा अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्राप्‍त की गईं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।

अंत में प्रतियोगिता की मुख्‍य आयोजन समिति की सचिव आई.पी.एस. कृष्‍णावेणी देसावतु ने सभी के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने खासतौर पर खेल विभाग की पूरी टीम कयाकिंग, केनोईंग व रोईंग फेडरेशन तथा राज्‍य आपदा प्रबंधन दल और 7 वीं, 10 वीं, 23 वीं व 25 वीं वाहिनी के प्रति भी विशेष रूप से आभार जताया।

*ऐतिहासिक झील में वोट मार्च का अद्भुत नजारा*

24वीं अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता के समापन अवसर पर ऐतिहासिक भोपाल ताल का अद्भुत नजारा खेल प्रेमी शायद ही कभी भुला पाएँगे। शुक्रवार को खुशनुमा नजारे के बीच अनुशासन बद्ध ढंग से आकर्षक बोट मार्च निकला। पुलिस बैंड द्वारा निकाली जा रही देशभक्ति गीत की मधुर धुन ने वोट मार्च को और भी आकर्षक बना दिया। जाहिर है इस अवसर पर मौजूद खेल प्रेमी वाह-वाह कहने को मजबूर हो गए। वोट मार्च में अंडमान निकोबार द्वीप समूह, आसाम पुलिस, आसाम रायफल, आंध्रप्रदेश, बीएसएफ, सीआरपीएफ, छत्‍तीसगढ़, आईटीबीपी, जम्‍मू-कश्‍मीर, महाराष्‍ट्र, उड़ीसा, पंजाब, एसएसबी, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्‍तरप्रदेश, उत्‍तराखंड, पश्चिम बंगाल व मध्‍यप्रदेश पुलिस की टीमें शामिल थीं।

*राज्‍यपाल ने देखे फायनल मुकाबले और चैम्पियनशिप ट्रॉफी प्रदान कीं*

प्रतियोगिता के आखिरी दिन समापन कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि राज्‍यपाल माननीय श्री मंगूभाई पटेल की मौजूदगी में कयाकिंग के-2 व केनोईंग सी-2 के 200 मीटर प्रतिस्‍पर्धा के फायनल मुकाबले हुए। उन्‍होंने पहले, दूसरे व तीसरे स्‍थान पर रहीं टीमों को क्रमश: गोल्‍ड, सिल्‍वर व ब्रॉन्‍ज मैडल प्रदान किए। साथ ही कयाकिंग, केनोईंग व रोईंग चैम्पियनशिप की विनर एवं रनरअप टीमों को ट्रॉफी सौंपी। उन्‍होंने कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता के समापन की घोषणा की और ध्‍वज डीजीपी को सौंपा।

*कयाकिंग में आई.टी.बी.पी, केनोईंग में बीएसएफ व रोईंग में सीआरपीएफ का रहा दबदबा*

कयाकिंग में आईटीबीपी का दबदबा रहा। आईटीबीपी ने 09 गोल्‍ड, 04 सिल्‍वर व 01 ब्रॉन्‍ज मैडल सहित कुल 14 मैडल अपने नाम कर चैम्पियनशिप जीत ली। कयाकिंग की रनरअप बीएसएफ की टीम रही। बीएसएफ ने 03 गोल्‍ड व 08 सिल्‍वर और 06 ब्रॉन्‍ज मिलाकर 17 मैडल अपने नाम किए।

केनोईंग की चैम्पियनशिप पर बीएसएफ ने अपना कब्‍जा जमाया। बीएसएफ ने 09 गोल्‍ड, 03 सिल्‍वर व 03 ब्रॉन्‍ज सहित कुल 15 पदक जीते। केनोईंग की रनरअप उत्‍तरप्रदेश पुलिस रही जिसने 02 गोल्‍ड, 04 सिल्‍वर व 01 ब्रॉन्‍ज सहित 07 मैडल अपने नाम किए।

रोईंग चैम्पियनशिप पर 04 गोल्‍ड, 02 सिल्‍वर व 01 ब्रॉन्‍ज सहित कुल 07 पदक हासिल कर सीआरपीएफ ने कब्‍जा जमाया। रोईंग की रनरअप असम राईफल पुलिस रही, जिसने 03 गोल्‍ड, 02 सिल्‍वर व 01 ब्रॉन्‍ज सहित 06 मैडल अपने नाम किए।

*कयाकिंग के पदक इन्‍होंने अपने नाम किए*

शुक्रवार को हुई कयाकिंग 200 मीटर एकल प्रतिस्‍पर्धा में आईटीबीपी के प्रभात कुमार ने गोल्‍ड मैडल जीता। सिल्‍वर मैडल (समय 00:39.701) एसएसबी के श्री बिजले सुरज और ब्रॉन्‍ज मैडल (समय 00:40.238) सीआरपीएफ के उदित कुमार ने जीता है। कयाकिंग की 200 मीटर युगल स्‍पर्धा में आईटीबीपी के गोल्‍ड पर कब्‍जा जमाया। इस प्रतिस्‍पर्धा में सिल्‍वर मैडल बीएसएफ. एवं ब्रॉन्‍ज मैडल एसएसबी ने जीता।

कयाकिंग की 200 मीटर के-4 प्रतिस्‍पर्धा के गोल्‍ड मेडल पर एएसबी टीम ने कब्‍जा जमाया। इस प्रतिस्‍पर्धा का सिल्‍वर मेडल बीएसएफ ने जीता। ब्रॉन्‍ज मेडल पर आईटीबीपी ने कब्‍जा जमाया।

इसी प्रकार महिला कयाकिंग 200 मीटर एकल प्रतिस्‍पर्धा में आईटीबीपी की सोनिया देवी ने गोल्‍ड जीता। सिल्‍वर मेडल बीएसएफ की बिदिया देवी और ब्रॉन्‍ज मेडल पंजाब की रविन्‍द्रजित कौर ने जीता है। कयाकिंग की 200 मीटर स्‍पर्धा में आईटीबीपी ने गोल्‍ड, बीएसएफ ने सिल्‍वर तथा ब्रॉन्‍ज सीआरपीएफ ने जीता। कयाकिंग की 200 मीटर के-4 प्रतिस्‍पर्धा में आईटीबीपी ने गोल्‍ड, एसएसबी ने सिल्‍वर तथा बीएसएफ ने ब्रॉन्‍ज मेडल पर कब्‍जा जमाया

इन टीमों ने जीते केनोईंग के पदक

केनोईंग की 200 मीटर व्‍यक्तिगत स्‍पर्धा का गोल्‍ड मैडल 00:43.393 मिनिट का समय निकालकर बीएसएफ के श्री राधाकांता सिंह ने अपने नाम किया। सीआरपीएफ के श्री रोबिन सिंह ने 00:43.864 मिनिट का समय निकाल कर सिल्‍वर मैडल और एसएसबी के श्री गौतम साजी ने 00:44.416 मिनिट का समय निकालकर ब्रॉन्‍ज मैडल जीता है। इसी लंबाई में केनोईंग की युगल स्‍पर्धा में बीएसएफ ने गोल्‍ड मैडल अपने नाम किया। सिल्‍वर मैडल पर उत्‍तरप्रदेश पुलिस एवं ब्रॉन्‍ज मैडल जम्‍मू कश्‍मीर ने कब्‍जा जमाया।

केनोईंग की इसी लंबाई की सी-4 स्‍पर्धा का गोल्‍ड मैडल बीएसएफ ने जीता। इस प्रतिस्‍पर्धा के सिल्‍वर मेडल पर जम्‍मू एंड कश्‍मीर एवं ब्रॉन्‍ज मेडल पर सीआरपीएफ ने कब्‍जा जमाया।

इसी प्रकार महिला केनोईंग 200 मीटर एकल प्रतिस्‍पर्धा में उड़ीसा की रश्‍मीता साहूने गोल्‍ड जीता। सिल्‍वर मेडल एसएसबी की शिवानी और ब्रॉन्‍ज मेडल बीएसएफ की इनोचा देवी ने जीता है। केनोईंग की 200 मीटर सी-2 स्‍पर्धा में आईटीबीपी ने गोल्‍ड, उड़ीसा ने सिल्‍वर तथा ब्रॉन्‍ज बीएसएफ ने जीता। केनोईंग की 200 मीटर सी-4 प्रतिस्‍पर्धा में आईटीबीपी ने गोल्‍ड, एसएसबी ने सिल्‍वर तथा तेलंगाना ने ब्रॉन्‍ज मेडल पर कब्‍जा जमाया

मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय अखिल भारतीय वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता ने रोमांच और उत्कृष्टता का नया कीर्तिमान स्थापित किया। देशभर से आए प्रतिभागी इस भव्य आयोजन का हिस्सा बने और पुलिस विभाग द्वारा की गई उत्तम व्यवस्थाओं की जमकर सराहना की।

प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, वहीं मध्य प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा, अनुशासन और उच्च स्तरीय व्यवस्थाओं के साथ आयोजन को यादगार बना दिया। इस शानदार आयोजन ने न केवल खेल भावना को प्रोत्साहित किया, बल्कि मध्य प्रदेश को वाटर स्पोर्ट्स हब के रूप में एक नई पहचान भी दिलाई।