मप्र महापौर संघ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से की सौजन्य भेंट

भोपाल: 7 अप्रैल 2025

मप्र महापौर संघ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से की मुलाकात, मुख्यमंत्री से मिले प्रदेश के 12 नगर पालिक निगमों के महापौर। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के सभी नगर निगमों में विकास समिति बनाई जाएगी, अपने शहर के विकास के लिए डॉक्टर, इंजीनियर, सिटी प्लानर, प्रोफेसर, लेक्चरर, टीचर सब मिलकर काम करेंगे, हमने इसी बजट में शहरों में विकास समिति बनाने का प्रावधान किया है, उन्होंने कहा कि महापौर शहर के प्रथम नागरिक हैं, नगर और नागरिकों के विकास के लिए पूरी क्षमता, समर्पण और सेवा भावना से काम करें। उन्होंने कहा कि हमारे शहर विकास के मामले में अव्वल रहें, इसके लिए नगर विकास के रोडमेप पर लगातार चर्चा की जाएगी।

मुलाकात में महापौरों ने शहर के विकास के लिए अपनी-अपनी बात रखी। भोपाल महापौर मालती राय, उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल, सागर महापौर संगीता तिवारी, रीवा महापौर अजय मिश्रा, खंडवा महापौर अमृता यादव, रतलाम महापौर प्रह्लाद पटेल, देवास महापौर गीता अग्रवाल, छिंदवाड़ा महापौर विक्रम आहाके, कटनी महापौर प्रीति सूरी, बुरहानपुर महापौर माधुरी पटेल और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने प्रदेश के पवित्र शहरों में शराबबंदी लागू करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पुष्पगुच्छ देकर एवं अंगवस्त्रम् ओढ़ाकर स्वागत अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है, जल बचाना बेहद जरूरी है, इसलिए सभी महापौर अपने निगम क्षेत्रों में इस अभियान के तहत प्राथमिकता से जल संरक्षण के काम कराएं और जन सहभागिता से इस अभियान को सफल बनाएं, उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगीकरण के लिए प्रयास जारी हैं। नगर निगम अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रस्ताव दें, बच्चों, अकांक्षी युवाओं को कैरियर डेवलपमेंट कैंप या व्यक्तित्व सुधार शिविर आदि लगाएं। अपने जन बल (समर्थन) का उपयोग शहर के विकास में करें। नगर सरकार की अवधारणा को मजबूत बनाने के लिए काम करें। निगम मित्तव्यता बरतें, अपने खर्च कम करें और विकास के कामों के लिए राजस्व जुटाएं। हर साल नए नए काम करें और आय अर्जन के स्रोत सृजित करके आत्मनिर्भर बनने की ओर आगे बढ़ें, मुख्यमंत्री को महापौर संघ के अध्यक्ष ने मांग पत्र सौंपा, मांग पत्र में महापौरों के लिए प्रोटोकॉल बनाए जाने, इनके वित्तीय अधिकार बढ़ाए जाने, नगर निगमों में अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी की पूर्ति किए जाने और महापौरों को एक-एक सुरक्षाकर्मी भी दिए जाने की मांग की गई है,,