क्या है विधायक जी के हजारों करोड़ की बेनामी जायदाद का राज?? विवादों और घोटालों का साया हमेशा छाया रहा माननीय पर!!! Exclusive

भोपाल: 16 जून 2025

कटनी (विजराघौगढ़) से विधायक संजय पाठक प्रदेश के सबसे अमीर विधायक माने जाते हैं पर समझने की बात ये है कि ये अकूत धन संपत्ति इन्हें कैसे प्राप्त हुई? क्या यह जनता की खून पसीने की कमाई को लूट खसोटकर बनाई गई हैं या अपने खून पसीने से अर्जित की गई है!!!…. चलिए जानते है विधायक जी के कठोर परिश्रम की कहानी…

जिस को जन सामान्य की आवाज उठाने के लिए वहां की भोली भाली जनता ने भरपूर वोट देकर अपना प्रतिनिधि बना कर जनता की आवाज उठाने विधानसभा भेजा, उसी प्रतिनिधि ने उन्हीं लोगों जिन्होंने उसे चुना उन्ही को भ्रमित कर अकूत धन संपत्ति अर्जित कर ली और जनता को ठेंगा दिखा दिया। अपने एरिये के बाहुबली माने जाने वाले विधायक संजय पाठक की बेनामी जायदाद की लंबी- चौड़ी लिस्ट का पता चला है। माननीय विधायक अब न केवल अपने बाहुबल से संपन्न हो गए अपितु अब लूट खसोट की धन संपद से भी बाहुबली बन गए। ऐसा लगता है कि जैसे माननीय को किसी का डर नहीं है होगा भी कैसे क्योंकि जब सैंया भय थानेदार तो डर काहे का…. याने केंद्र से लेकर नगर निगम नगर पालिका गांव तक सब जगह उनके संरक्षण के लिए व्यवस्था उपलब्ध है।

सहस्त्रों करोड़ से भी ज्यादा की सहारा संपत्ति कौड़ियों के दाम खरीद कर अपनी सेल कंपनियों के नाम सारे पेपर करा लिए गए। इसी तारतम्य में माननीय विधायक जी का एक और कारनामा जिसकी गूंज सम्पूर्ण विश्व में सुनाई दे रही है वो है कि उन्होंने अपने यहां कार्यरत आदिवासियों के नाम पर सैकड़ों एकड़ जमीन खरीद ली आश्चर्य ये है कि इन सभी सेवकों को इस बात की भनक भी नहीं है कि वो करोड़ पति बन चुके हैं । वर्तमान में अभी सभी करोड़ों की संपत्ति के मालिक सेवादार गरीबी रेखा से नीचे हैं और केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ बराबर ले रहे हैं।

गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले करोड़पति आदिवासियों की संपत्ति का विवरण:

प्रहलाद कोल पिता पहू कोल डीआईएन नं. 02746695 निवासी 240, पाठक वार्ड कटनी तथा नत्थूलाल कोल पिता राममिलन कोल डीआईएन नं. 02727321 निवासी ग्राम गोइन्द्रा तहसील विजय राघौगढ़, कटनी ये दोनों वो आदिवासी डायरेक्टर हैं, जिनके नाम पर क्रमशः 199.40 एकड़ तथा 369.70 एकड़ जमीन एवं इसके अलावा आदिवासी राकेशसिंह गौड़ पिता मोलाई गौड़ एवं चौथे आदिवासी रघुराजसिंह गौड़ पिता श्यामलाल गौड़ निवासी कटनी के नाम पर भी 132.88 एकड़ एवं 1134.64 एकड़ भूमि सरकारी रिकॉर्ड में उपलब्ध है।

इन आदिवासियों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास  उल्लेखित चारों बैगा आदिवासियों के पास 2–3 एकड़ से ज्यादा पैतृक संपत्ति नहीं है और इन सभी के नाम बीपीएल (ग़रीबी रेखा से नीचे) सूची में दर्ज है…..

(देखें चारों के खातों पर चड़ी जमीनों की विस्तृत

सूची)

बेनामी संपत्ति लेन-देन निषेध अधिनियम 1988 के साथ ही आदिवासी अधिकारों और भूमि संरक्षण से जुड़े विशेष कानून की धज्जियां उड़ाते हुए …आदिवासी नौकरों के नाम फर्जी कम्पनियों में वनवासियों की सैकड़ों एकड़ जमीन खरीदी गई।

गौरतलब है कि कटनी इलाके के डिंडोरी जिले के बजाग तहसील में बैगा आदिवासी बाहुल्य गांव पिपरिया माल एवं बघरैली सानी है, जहाँ बॉक्साइड (अवस्क) नामक धातु का अकूत भंडार है। ये वो मूल्यवान बैसिक धातु है जिसके मिश्रण से एल्युमिनियम तैयार किया जाता है, इसीलिए खनन माफियाओं की गिद्ध निगाहें यहाँ गढ़ी रहती है। ध्यान रहे कि आदिवासी अधिकारों और भूमि संरक्षण से जुड़े विशेष कानून लागू होने की वजह से भू एवं खनन माफियाओं की हसरतें आसानी से पूरी नहीं हो पाती इसलिए धनपशुओं ने बैगा आदिवासियों की धरोहर लूटने और क़ानून की आँखों में धूल झोंकने का रास्ता ढूँढ निकाला। अधिसूचित आदिवासी इलाकों में जमीनों की खरीद-बिक्री पर रोक होने से माफियाओं ने आदिवासियों को ही अपने गिरोह का एक हिस्सा बना लिया, ग़रीब वनवासी चंद रुपयों में जमीनखोर एवं खनन सरगनाओं की हवस का निवाला बनाते चले जा रहे हैं और इस खेल में कटनी के माननीय विधायक संजय पाठक जी को महारथ हासिल है। बाहुबली इतने हैं कि अधिकारी हो, पुलिस हो या आम जनता किसी की हिम्मत नहीं है कि सिर भी उठा सके। ग़रीब बैगा आदिवासियों को ‘शीशे में उतारने का यह एक ऐसा मामला बन चुका है, जिसको लेकर वनवासी सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए।

नेता जी ने दो फ़र्जी कंपनियों का निर्माण किया

1. ‘एन.पी. प्लांटेशन प्रा. लि.’ सीआईएन नं. 14107MP2009PTC022404 एवं

2. एक्सैल्यूट मिनरल्स SIT. लि.’ सीआईएन 14107MP2009PTC022404…

दोनों कंपनियों का पंजीकृत पता पुराना इनकम टैक्स ऑफिस शम्भू टॉकीज के पास, नई बस्ती, कटनी… उक्त दोनों कंपनियाँ बनाकर अपने यहां कार्यरत दो आदिवासी सेवादारों को इसमें डायरेक्टर बनाया और फिर ये खेल खेला गया।एनपी प्लांटेशन प्रा. लि. एवं एबसैल्यूट मिनरल्स प्रा. लि. दोनों बेनामी कम्पनियों में हर्ष कपूर डायरेक्टर है जो कि नेता जी की खास भी हैं और उनके बाकी कंपनियों का काम भी देखते हैं। विदित कम्पनियों के बेनामी आदिवासी डायरेक्टर नत्थू कोल एवं राकेश गौड़ हैं।

कटनी की जनता में अब इन सब कारनामों की वजह से नेताजी के विरुद्ध आक्रोश छा रहा है और बगावत के सुर नजर आ रहे हैं। दिनांक 03/03/2017 को कटनी के ही राममिलन राजपाल, झिंझरी, यादव मोहल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित इंडी एवं सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, भोपाल को एक लिखित शिकायत करते हुए बताया था कि ‘बेनामी कंपनियों में भाजपा नेता एवं मंत्री द्वारा खनन से पैदा हुए काले धन को निवेश कराते हुए निम्नानुसार संपत्तियाँ अर्जित की गई हैं…’ इस शिकायत के बाद इंडी से एक पत्र नं. एमआईएससी / इंस्ज़ो / 2017 / 280 दिनांक 06/03/2017 को जारी हुआ कि वे मय दस्तावेजी सबूतों के साथ उपस्थित हो, लेकिन शिकायतकर्ता राममिलन एवं विपिन दुबे या तो डर गए या उनके मुँह सोने के तार से सिल दिए गए। नतीजन शिकायत आज दिनांक तक फाइलों में धूल खा रही है (देखें दोनों पत्रों की कॉपी संलग्न है)

कंपनियों का विवरण:

कंपनी ‘एबसैल्यूट मिनरल्स प्रा.लि.’ का दिनांक 05/07/2024 को ‘एक्सेस बैंक कटनी’ में खोले गए करंट अकाउंट नं. 924020019080045 का स्टेटमेंट सीधे-सीधे दर्शाता है कि आदिवासी नौकर नत्थूलाल कोल एवं प्रहलाद कोल महज दस्तखतीलाल बतौर डायरेक्टर हैं।

विधायक जी ने गरीब आदिवासियों की बॉक्साइड इलाके की जो जमीनें हथियाई थी उस पर धन उगलते रिसोर्ट की श्रृंखला खड़ी होने लगी…. क़ाबिलेगौर है कि हाल ही सरकार ने पिपरिया माल एवं बघरैली सानी में बॉक्साइड की खदानों को मंजूरी देना शुरू कर दिया… 3 बॉक्साइड खदानें पिपरिया माल तथा एक तांतर खदान का ठेका माननीय विधायक संजय पाठक जी की जेबी कंपनी ‘आनंद माइनिंग कार्पोरेशन और बघरैली साना का ठेका पाठक पुत्र की यश लॉजिस्टिक प्रा. लि. मिला है।

आदिवासियों के हित और सुरक्षा की दुहाई देने वाली सरकार ने आज तक ना तो ठेको की मंजूरी निरस्त की और न खनन काम को रोका गया, जिसकी शिकायत कटनी के सुविख्यात सोशल वर्कर दिव्यांशु मिश्रा ‘अंशु’ ने दिनांक 03/06/2025 को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली में की है साथ इंडी निदेशक राहुल नवीन, नई दिल्ली को भी उक्त शिकायत की एक कॉपी प्रेषित की गई है।(देखें दोनों शिकायतों के प्रथम एवं अंतिम पृष्ठ की कॉपी)

उमरिया जिले की मानपुर तहसील के ग्राम ताला की लगभग 13 एकड़ जमीन निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट को विक्रय करने पर नत्थू कोल को दिनांक 21.05.2019 को 2,48,83,833- 00 रूपये प्रतिफल की राशि प्राप्त हुई….. नत्थू कोल के बैंक खाते में उक्त राशि दिनांक 21.05.2019

को प्राप्त होने के बाद उसमें से दिनांक 24.05.2019 को 80,00,000-00 रुपए एवं दिनांक 27.05.2019 को 46,00,000=00 रूपये कुल 1,26,00,000-00 रुपए बंगाल क्रेडिट कॉपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के बैंक खाते में, दिनांक 27.05.2019 को 90,00,000=00 रुपए महाकौशल प्लांटेशन लिमिटेड के बैंक खाते में एवं दिनांक 27.05.2019 को 90,00,000-00 रुपए शारदा मां ट्रेडमार्क प्राईवेट लिमिटेड के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए गए… इस प्रकार नत्थू कोल के बैंक खाते में आए 2,48,00,000-00 रुपए में से 2,46,00,000-00 रुपए एक सप्ताह के अंदर ही उपरोक्त वर्णित कंपनियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया…. उमरिया जिले की मानपुर तहसील के ग्राम ताला की लगभग 29 एकड़ जमीन निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट को विक्रय करने पर नत्थू कोल को दिनांक 01.07.2019 को 3,93,28,327-00 रूपये प्रतिफल की राशि प्राप्त हुई…. नत्थू कोल के बैंक खाते में उक्त राशि दिनांक 01.07.2019 को प्राप्त होने के बाद उसमें से दिनांक 04.07.2019 को 3,60,00,000-00 रुपए एवं दिनांक 05.07.2019 को 7,50,000-00 रुपए कुल 3,67,50,000-00 रुपए विस्टा सेल्स प्राईवेट लिमिटेड के बैंक खाते में ट्रांसफर कर उक्त बैंक अकाउंट की महत्वपूर्ण लेन-देन विवरणी पर एक नजर डाले तो ग़रीब बैगा आदिवासियों की जमीन हड़पने, कूटरचित दस्तावेज, धोखाधड़ी, जालसाजी और बेनामी जायदाद के राज खुद-ब-खुद अपनी जुबान उगल रहे हैं। एक्सेस बैंक स्टेटमेंट की संक्षिप्त रिपोर्ट बता रही है कि कैसे झोल मोल किया गया है।

इस प्रकार नत्थू कोल के बैंक खाते में दिनांक 01.07.2019 को आए 3,93,00,000-00 रुपए में से 3,67,50,000-00 रुपए चार दिन में ही विस्टा सेल्स प्राईवेट लिमिटेड के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। नत्थू कोल के बैंक खाते में आए 6,42,00,000-00 रुपए में से लगभग 72 लाख रुपए नत्थू कोल द्वारा बैंक से खुद नकद निकाले गए।

निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट के डायरेक्टर यश पाठक, वरुण गौतम, राजुल प्यासी एवं हर्ष कपूर हैं। बंगाल क्रेडिट कॉपोरेशन प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अमित मिश्रा, आदित्य तिवारी, शत्रुजीत नवनीत शुक्ला एवं मनीश जायसवाल हैं।

महाकौशल प्लांटेशन लिमिटेड के डायरेक्टर दीपक जैन, मंयक चौबे एवं अनिल कुमार सिन्हा है। विस्टा सेल्स प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मंयक चौबे, आशीष तवाल, प्रभाष शर्मा हैं।

शारदा मां ट्रेडमार्क प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर रजनीकांत बजाज, रामअवतार जैन, अरूण कुमार बजाज एवं अब्दुल शफीक खान है।

उमरिया जिले की मानपुर तहसील के ग्राम ताला की उपरोक्त वर्णित जमीन क्रय करने के बाद नत्थू कोल द्वारा उसमें से लगभग 13 एकड़ जमीन रजिस्टर्ड पट्टा विलेख दिनांक 03.04.2010 के जरिये 10,000-00 रुपए प्रति हैक्टर प्रतिवर्ष की दर से 29 वर्ष की अवधि के लिए दिनांक 01.09.2007 से दिनांक 31.08.2036 तक के लिए विधायक जी को किराए पर दे दिया गया।